नई दिल्ली, 23 मई 2025 — 21 मई को इंडिगो की उड़ान 6E-2142 (दिल्ली से श्रीनगर) जिसमें 220 यात्री सवार थे, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के पांच सांसद शामिल थे, पंजाब के पठानकोट के पास एक भयंकर ओलावृष्टि तूफान में फंस गई, जिसके कारण विमान में भयानक हलचल हुई और 8,500 फीट प्रति मिनट की तेज गिरावट दर्ज की गई। पाकिस्तान के लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने तूफान से बचने के लिए विमान को अपने हवाई क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति देने से इनकार कर दिया, जिसके पीछे भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों के बीच तनाव को कारण बताया गया। विमान का नोज रेडोम (नाक का हिस्सा) ओलों से क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन पायलटों ने अत्यंत प्रतिकूल मौसम में कुशलता से विमान को श्रीनगर में सुरक्षित उतार लिया। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) इस घटना की जांच कर रहा है, और एक्स पर पोस्ट्स में जनता का गुस्सा साफ झलक रहा है, जिसमें पाकिस्तान के इनकार को “शर्मनाक” और “अमानवीय” बताया जा रहा है।

क्या हुआ था? विमान, एक एयरबस A321neo, 36,000 फीट की ऊंचाई पर पठानकोट के पास उड़ान भर रहा था, जब वह उत्तर-पश्चिमी भारत में फैले एक विशाल तूफानी सिस्टम में फंस गया। पायलटों ने पहले भारतीय वायुसेना द्वारा नियंत्रित उत्तरी एटीसी से अंतरराष्ट्रीय सीमा की ओर रास्ता बदलने की अनुमति मांगी, लेकिन भारत-पाकिस्तान तनाव के कारण इसे ठुकरा दिया गया। इसके बाद, पायलटों ने
आपात स्थिति में लाहौर एटीसी से पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति मांगी, जो विमानन में खराब मौसम से बचने के लिए सामान्य प्रक्रिया है। हालांकि, लाहौर एटीसी ने अनुमति देने से इनकार कर दिया, क्योंकि 24 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले (जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे) के बाद पाकिस्तान ने भारतीय उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर रखा है।
तूफान में भयावह अनुभव पायलटों के पास दिल्ली वापस लौटने का विकल्प था, लेकिन तूफान की निकटता के कारण इसे जोखिम भरा माना गया। तूफान के बीच से गुजरने का फैसला लेने के बाद, विमान को तेज उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा, जिससे ऑटोपायलट बंद हो गया और कई सिस्टम अलार्म जैसे एंगल ऑफ अटैक फॉल्ट, अल्टरनेट लॉ प्रोटेक्शन का नुकसान, और अविश्वसनीय एयरस्पीड रीडिंग्स की चेतावनी मिली। विमान की गिरावट की दर 8,500 फीट प्रति मिनट तक पहुंच गई, जो सामान्य लैंडिंग की तुलना में (1,500-3,000 फीट प्रति मिनट) कहीं अधिक थी। यात्रियों में दहशत फैल गई; सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बच्चे और वयस्क चीखते-प्रार्थना करते दिखे, सामान गिरने लगा, और फ्लाइट अटेंडेंट्स भी परेशान नजर आए।
तृणमूल कांग्रेस की सांसद सागरिका घोष, जो डेरेक ओ’ब्रायन, नदिमुल हक, मानस भुइयां, और ममता ठाकुर के साथ उड़ान में थीं, ने इसे “मौत के करीब का अनुभव” बताया। उन्होंने कहा, “लैंडिंग के बाद हमने देखा कि विमान का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त था। पायलटों ने अविश्वसनीय साहस दिखाया।” यह प्रतिनिधिमंडल कश्मीर के नियंत्रण रेखा के पास सीमा पार गोलाबारी से प्रभावित परिवारों से मिलने जा रहा था।
पायलटों की सूझबूझ और लैंडिंग पायलटों ने मैन्युअल रूप से विमान को तूफान के बीच उड़ाया, इलेक्ट्रॉनिक सेंट्रलाइज्ड एयरक्राफ्ट मॉनिटरिंग (ईसीएएम) चेकलिस्ट कार्यों को पूरा किया, और श्रीनगर एटीसी को “पैन पैन” आपातकालीन कॉल जारी किया। रडार सहायता से, विमान 21 मई को शाम 6:30 बजे श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतरा। किसी यात्री को चोट नहीं आई, लेकिन पोस्ट-फ्लाइट निरीक्षण में विमान के नोज रेडोम को भारी नुकसान की पुष्टि हुई, जो संभवतः बड़े ओलों के कारण हुआ।
डीजीसीए जांच और जनता का गुस्सा डीजीसीए ने फ्लाइट डेटा और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग्स की जांच शुरू कर दी है। विमान (VT-IMD) मरम्मत के लिए श्रीनगर में खड़ा है। डीजीसीए ने पायलटों की त्वरित सोच की सराहना की, लेकिन इस घटना ने भू-राजनीतिक तनाव के बीच हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों पर सवाल उठाए हैं। एक्स पर पोस्ट्स में उपयोगकर्ताओं ने पाकिस्तान के इनकार की निंदा की, इसे “जानलेवा” और “अंतरराष्ट्रीय विमानन नियमों का उल्लंघन” बताया। कुछ ने सुझाव दिया कि भारत जवाबी कार्रवाई के रूप में अपने हवाई क्षेत्र की नीतियों को कड़ा कर सकता है।
पृष्ठभूमि और व्यापक प्रभाव यह घटना उस बड़े तूफान का हिस्सा थी जिसने दिल्ली-एनसीआर में छह लोगों की जान ले ली और बिजली व यातायात को प्रभावित किया। यह भारत-पाकिस्तान तनाव की पृष्ठभूमि में और जटिल हो गई, जो 24 अप्रैल के पहलगाम हमले और भारत के ऑपरेशन सिंदूर (7-10 मई) के बाद से चरम पर है। विशेषज्ञों का कहना है कि बड़े ओले, जो तूफानों में तेजी से बनते हैं, विमानों को सेकंडों में नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह घटना विमानन में खराब मौसम और प्रतिबंधित हवाई क्षेत्रों से निपटने की चुनौतियों को रेखांकित करती है।
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